भारतीय रेलवे ने हाल ही में अपने बाकी प्रिंटिंग प्रेसों को बंद करने का फैसला किया है। इसलिए कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले समय में प्रिंटिंग प्रेस का ठेका किसी निजी विक्रेता को दिया जा सकता है। यह फैसला रेलवे बोर्ड ने डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देते हुए लिया है। यह फैसला तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल के कार्यकाल में हुआ था।

भारतीय रेलवे के इस फैसले से देश में कई लोगों के मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि रेलवे ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया। इसके अलावा उनके मन में तरह-तरह के सवाल उठते होंगे तो आइए अब जानते हैं कि भारतीय रेलवे ने प्रिंटिंग प्रेस को बंद करने का फैसला क्यों किया है।
प्रिटिंग प्रेस का टेंडर निजी विक्रेता को क्यों दिया गया?
आपको बता दें कि इस प्रिंटिंग प्रेस को बंद करने का पूरा ठेका एक निजी विक्रेता को दिया जाएगा। फिर प्रिंटिंग प्रेस को बंद करने की तैयारी शुरू हो जाती है। सूत्रों के मुताबिक रेल मंत्रालय में करीब 14 प्रिंटिंग प्रेस थे, जिनमें से 9 को बंद करने का फैसला किया गया था, अब सिर्फ पांच प्रिंटिंग प्रेस ही बचे हैं. अन्य प्रिंटिंग प्रेसों को भारतीय रेलवे ने अपने कब्जे में ले लिया, जिसके बाद भारतीय रेलवे की ओर से इन प्रिंटिंग प्रेसों को बंद करने का निर्णय लिया गया।
ट्रेन में प्राप्त टिकट कैसे प्रिंट किया जाता है?
जून 2019 में रेलवे की ओर से एक आदेश जारी किया गया था, जिसमें कहा गया था कि मुंबई, शकूरबस्ती दिल्ली और रायपुरम चेन्नई, हावड़ा और सिकंदराबाद में प्रिंटिंग प्रेस बंद कर दिए जाएंगे. पत्र दिनांक 4 जून 2019 द्वारा प्रेस को बंद करने का निर्णय लिया गया। अब सवाल यह है कि भविष्य में रेल टिकट की छपाई कैसे होगी?
सूत्रों के मुताबिक, सरकार निकट भविष्य में इस टेंडर को निजी प्रिंटिंग कंपनियों को आउटसोर्स करने की कोशिश करेगी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि निजी प्रिंटिंग प्रेस को टिकट प्रिंट करने और अन्य काम करने का ठेका दिया जाता है। उसके बाद भारतीय रेलवे केवल ट्रेनों के संचालन पर ध्यान देता है।
प्रिंटिंग प्रेस के बंद होने का कारण क्या है?
आज के समय में बहुत से लोग ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुक करते हैं, जिससे घर से टिकट खरीदने का चलन खत्म हो जाता है। आपको बता दें कि भारत में करीब 81% लोग टिकट बुक करने के लिए ई-टिकटिंग के जरिए ऑनलाइन बुकिंग करते हैं। प्रिंटिंग प्रेस को बंद करने का सबसे बड़ा कारण भारत को डिजिटल इंडिया की ओर बढ़ावा देना है।
Source Link: https://vikramuniv.net/indian-railways-decided-to-shut-down-the-printing-press/
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